सारे सुरों का है ये ही मिलन , गीतों से महका है सारा चमन ,
अपने होठों पे नगमे सजाये हुए ,
आओ सब मिल गायें, सारेगामापा ..
मुस्कुराके जीवन , छेड़ प्यार की धुन ,
नए नए सपने आंखों में बुन ,
आशा की किरण कहती हमसे, कसम से ...
वक्त के साथ जाने कितने ही मोड़ आते हैं ... सात फेरों में..
रंग जितने हैं जिंदगानी के, सब समाते हैं...सात फेरों में..
Wednesday, October 22, 2008
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